Surplus Teachers Counseling Update : मध्य प्रदेश में अतिशेष शिक्षकों की काउंसलिंग पर बड़ा अपडेट, अनुपस्थित होने पर वेतन रुकेगा

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Surplus Teachers Counseling Update : मध्य प्रदेश में अतिशेष शिक्षकों की काउंसलिंग पर बड़ा अपडेट, अनुपस्थित होने पर वेतन रुकेगा

Surplus Teachers Counseling Updateनमस्कार मित्रों, आज हम आपके लिए एक महत्वपूर्ण जानकारी लेकर आए हैं जो मध्य प्रदेश के शिक्षा विभाग से संबंधित है। अगर आप शिक्षक हैं या शिक्षा क्षेत्र से जुड़े हैं, तो यह अपडेट आपके लिए बेहद अहम हो सकता है। हाल ही में डीपीआई ने एक पत्र जारी किया है, जिसमें अतिशेष शिक्षकों की काउंसलिंग से जुड़ी जानकारी दी गई है। चलिए, इसे विस्तार से समझते हैं।

DPI Letter and Counselling Dates : डीपीआई का पत्र और काउंसलिंग की तारीखें

1 अक्टूबर 2024 को डीपीआई द्वारा जारी किए गए पत्र में कहा गया है कि राज्य के विभिन्न जिलों के जिला शिक्षा अधिकारियों और संभागीय संचालकों के लिए निर्देश दिए गए हैं। इसके अंतर्गत अतिशेष व्याख्याता एवं उच्च माध्यमिक शिक्षकों की काउंसलिंग 3 अक्टूबर 2024 को निर्धारित की गई है।

इसके अलावा, विज्ञान विषय के यूडीटी (Upper Division Teacher) और माध्यमिक शिक्षकों की काउंसलिंग भी 3 अक्टूबर को दोपहर 2:30 बजे से होगी। यह काउंसलिंग उन शिक्षकों के लिए है जो पहले किसी कारणवश अनुपस्थित थे या असहमति जता चुके थे।

Strict Action will be taken in Case of Absence from Counselling :काउंसलिंग में अनुपस्थित होने पर सख्त कार्रवाई

डीपीआई द्वारा यह स्पष्ट कर दिया गया है कि अगर कोई शिक्षक इस काउंसलिंग में अनुपस्थित रहता है, तो उसे आगामी महीने से वेतन नहीं मिलेगा। यह उनके लिए अंतिम अवसर है, जिसमें उन्हें अपने लिए स्कूल का चयन करना होगा। अगर शिक्षक इस काउंसलिंग में हिस्सा नहीं लेते हैं, तो प्रशासनिक रूप से उन्हें कहीं और स्थानांतरित कर दिया जाएगा।

Salary Payment and Role of IFMS Portal : वेतन भुगतान और IFMS पोर्टल की भूमिका

शिक्षा विभाग ने यह भी स्पष्ट किया है कि अब से वेतन का भुगतान IFMS पोर्टल के माध्यम से ही किया जाएगा, और इसके लिए स्वीकृत पदों के आधार पर वेतन जारी होगा। इसका मतलब यह है कि अगर शिक्षक काउंसलिंग में शामिल नहीं होते हैं और अपनी शाला का चयन नहीं करते हैं, तो उनके वेतन भुगतान में रुकावट आ सकती है।

Importance and Process of Counselling : काउंसलिंग का महत्व और प्रक्रिया

काउंसलिंग का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि जिन शिक्षकों का अभी तक शाला चयन नहीं हुआ है या जो अतिशेष के रूप में सूचीबद्ध हैं, उन्हें सही समय पर स्कूल आवंटित किया जा सके। इस प्रक्रिया से शिक्षक अपनी शाला का चयन कर सकते हैं और उनकी नियुक्ति सही तरीके से की जा सकती है। 

Important instructions for Teachers : शिक्षकों के लिए जरूरी निर्देश

शिक्षा विभाग ने सभी संबंधित शिक्षकों को समय पर काउंसलिंग में उपस्थित होने के लिए निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही, संबंधित अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि शिक्षकों को इसकी सूचना सही समय पर मिल जाए और इसका प्रमाण भी रखा जाए। 

निष्कर्ष:

इस लेख से यह स्पष्ट हो जाता है कि मध्य प्रदेश शिक्षा विभाग ने काउंसलिंग में अनुपस्थित रहने वाले शिक्षकों के लिए सख्त निर्देश जारी किए हैं। अगर आप शिक्षक हैं और इस प्रक्रिया में शामिल हैं, तो समय पर काउंसलिंग में भाग लेना बेहद जरूरी है, ताकि वेतन रुकने जैसी समस्याओं का सामना न करना पड़े। यह आपका अंतिम अवसर हो सकता है, इसलिए समय पर काउंसलिंग में जाएं और अपनी शाला का चयन करें।

आशा है कि यह जानकारी आपके लिए उपयोगी रही होगी। जल्दी मिलेंगे एक नए अपडेट के साथ। तब तक के लिए, जय हिंद, जय भारत!

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