Use of ICT Lab for Classroom Teaching - कक्षा शिक्षण में डिजिटल कंटेंट के उपयोग के लिए ICT लैब का प्रभावी उपयोग: मध्य प्रदेश स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा दिशा निर्देश

Use of ICT Lab for Classroom Teaching - कक्षा शिक्षण में डिजिटल कंटेंट के उपयोग के लिए ICT लैब का प्रभावी उपयोग: मध्य प्रदेश स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा दिशा निर्देश

मध्य प्रदेश स्कूल शिक्षा विभाग (School Education Department, MP) ने कक्षा शिक्षण में डिजिटल कंटेंट के प्रभावी उपयोग के लिए आईसीटी (ICT) लैब के समुचित उपयोग हेतु दिशा निर्देश जारी किए हैं। इन दिशा निर्देशों का उद्देश्य शिक्षण अधिगम को रोचक और प्रभावी बनाना है, साथ ही शिक्षकों और प्राचार्यों की भूमिकाओं को स्पष्ट करना है।

1. शिक्षकों की ICT स्किल का सुदृढीकरण

शिक्षकों की ICT (Information and Communication Technology) स्किल्स को मजबूत करने के लिए, 2024-25 के शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम में ICT को शामिल किया गया है। शिक्षकों को यह निर्देश दिया गया है कि वे कक्षा शिक्षण में डिजिटल कंटेंट का नियमित उपयोग करें और ICT रिसोर्सेज का अधिकतम लाभ उठाएं। यह कदम MP School Education में ICT के महत्व को बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।

2. स्मार्ट टी.वी./ इंटरैक्टिव पैनल का उपयोग

ऑडियो-विजुअल संसाधनों जैसे वीडियो लेसन और डिजिटल कंटेंट का उपयोग शिक्षण को अधिक प्रभावी और स्थाई बनाता है। शिक्षकों को निर्देशित किया गया है कि वे इंटरैक्टिव पैनल्स का उपयोग करते हुए विषयवस्तु को प्रस्तुत करें। प्राचार्यों को यह सुनिश्चित करना होगा कि सभी कक्षाओं और सेक्शन के विद्यार्थियों को स्मार्ट क्लास में पढ़ने का अवसर प्राप्त हो। 

3. टेबलेट का विषय शिक्षण में उपयोग

हाई और हायर सेकेंडरी शिक्षकों को टेबलेट प्रदान किए गए हैं ताकि वे विषय संबंधित डिजिटल कंटेंट का अध्ययन कर सकें और इसे कक्षा शिक्षण में उपयोग कर सकें। जिसका उद्देश्य शिक्षण को अधिक इंटरैक्टिव और प्रभावी बनाना है।

4. शिक्षकों द्वारा डिजिटल कंटेंट का विकास

राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के तहत, शिक्षकों को ICT का उपयोग करते हुए विषय संबंधित डिजिटल सामग्री का निर्माण करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। शिक्षकों से अपेक्षा की गई है कि वे टेबलेट और कंप्यूटर पर उपलब्ध विभिन्न प्रेजेंटेशन टूल्स का उपयोग कर रोचक और आकर्षक डिजिटल कंटेंट तैयार करें।

5. प्रोजेक्ट वर्क में कंप्यूटर का उपयोग

कक्षा 9-12 के विद्यार्थियों के प्रोजेक्ट वर्क में कंप्यूटर का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। प्रोजेक्ट वर्क से विद्यार्थियों में सृजनात्मकता, क्रिटिकल थिंकिंग और समस्या समाधान की क्षमता का विकास होता है। इस दिशा में MP School Education द्वारा ICT लैब्स के बेहतर उपयोग की पहल की गई है।

6. प्राचार्य की भूमिका

प्राचार्य को निर्देशित किया गया है कि वे सुनिश्चित करें कि विद्यालय में उपलब्ध सभी ICT संसाधनों का समुचित उपयोग हो। इसके लिए प्राचार्य को निम्नलिखित कदम उठाने चाहिए:

- सभी शिक्षकों को ICT लैब में प्रवेश की अनुमति दें।

- शिक्षकों को डिजिटल कंटेंट निर्माण के लिए प्रोत्साहित करें।

- शिक्षकों को टैबलेट और स्मार्ट क्लास का उपयोग करते हुए अध्यापन के लिए निर्देशित करें।

स्मार्ट क्लास की बैठने की व्यवस्था

प्राचार्यों को सुझाव दिया गया है कि वे स्मार्ट क्लास में बैठने की व्यवस्था इस प्रकार करें कि सभी विद्यार्थियों को इसका लाभ मिल सके। इसके लिए दो विकल्प सुझाए गए हैं:

- रोटेशनल व्यवस्था: सभी कक्षाओं को बारी-बारी से पूरे दिन के लिए स्मार्ट क्लास में पढ़ने का अवसर दिया जाए।

- म्यूच्यूअल शिफ्टिंग व्यवस्था: किसी विशेष कालखंड में जरूरत के अनुसार कक्षाओं का स्मार्ट क्लास में स्थानांतरण किया जाए।

निष्कर्ष

मध्य प्रदेश स्कूल शिक्षा विभाग (School Education Department) द्वारा जारी ये दिशा निर्देश शिक्षण प्रक्रिया में ICT के प्रभावी उपयोग को बढ़ावा देते हैं। डिजिटल कंटेंट के माध्यम से शिक्षण को अधिक रोचक और इंटरैक्टिव बनाने की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम है। 

ICT लैब संचालन निर्देश-3 ICT Lab Operating Instructions 3 Circular Order


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